$900$ ग्राम द्रव्यमान के एक पत्थर को एक डोरी में बाँधकर एक ऊर्ध्वाधर $1$ मी. त्रिज्या के वृत्त में घुमाया जाता है जो $10$ चक्कर प्रति मिनट पूरे करता है तब पत्थर निम्नतम (निचले) बिन्दु पर हो तो डोरी में तनाव है: (यदि $\pi^2=9.8$ तथा $g=9.8$ मी.ससे. ${ }^2$ )
$97 \mathrm{~N}$
$9.8 \mathrm{~N}$
$8.82 \mathrm{~N}$
$17.8 \mathrm{~N}$
यदि${a_r}$ तथा ${a_t}$त्रिज्यीय तथा स्पर्शरेखीय त्वरण है, तब कण एक समान वृत्तीय गति करेगा यदि
नियत कोणीय वेग से वृत्ताकार मार्ग में गति करते किसी कण के सम्बंध में निम्न कथनों में से कौन सा कथन असत्य है
एक कण $\frac{20}{\pi}$ मीटर त्रिज्या वाले वृत्तीय यहा पर एक समान त्वरण से चलता है। यदि गति शुरू होने के बाद दूसरे चक्कर के खत्म होने पर कण का वेग $80$ मी/सेकंड है, तो इसका स्पर्शरखीय त्वरण ......... $\,m{s^{ - 2}}$ है |
प्रदर्शित चित्र में, एक कण नियत चाल $\pi \mathrm{m} / \mathrm{s}$ से गति करता है। बिन्दु $A$ से $B$ तक की गति के लिए इसके औसत वेग का परिमाण है :
एक कण $25$ सेमी त्रिज्या के वृत्त में $2 $ चक्कर/सैकण्ड की चाल से गति कर रहा है। कण का त्वरण $m/{s^2}$में होगा