किसी क्षेत्र में, एकसमान विधुत और एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र एक ही दिशा के अनुदिश कार्य कर रहे हैं। यदि इस क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन इस प्रकार प्रक्षेपित किया जाये कि उसके वेग की दिशा, क्षेत्रों की दिशा में हो तो इलेक्ट्रॉन :

  • [AIPMT 2011]
  • A

    अपनी गति की दिशा की दाई ओर मुड़ेगा

  • B

    अपनी गति की दिशा की बाई ओर मुड़ जायेगा।

  • C

    की चाल बढ़ जायेगी

  • D

    की चाल कम हो जायेगी

Similar Questions

समान आवेश के दो कण $\mathrm{X}$ तथा $\mathrm{Y}$ एकसमान विभवान्तर द्वारा त्वरित किये गये जाते है। इसके बाद यह एक समान चुम्बकीय क्षेत्र परिसर में लम्बवत प्रवेश करते है तंथा क्रमशः $\mathrm{R}_1$ व $\mathrm{R}_2$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ बनाते हैं। $\mathrm{X}$ तथा $\mathrm{Y}$ के द्रव्यमानों का अनुपात है:

  • [IIT 1988]

एक समांगी विद्युत क्षेत्र $\mathop E\limits^ \to  $ एवं एक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to  $ एक ही दिशा में हैं। एक प्रोटॉन को विद्युत क्षेत्र $\mathop E\limits^ \to  $ के समान्तर प्रक्षेपित किया जाता है, तब यह

एक आवेशित कण, जो कि आरंभ में बिन्दु $O$ पर विरामवस्था में है, छोड़ने पर चित्र में दिखाये गए पथ के अनुसार अनु गमन करता है। इस तरह का पथ निम्न में से किन परिस्थितियों में संभव है? 

  • [KVPY 2014]

एक कण जिस पर  ${10^{ - 11}}\,coulomb$ का आवेश है तथा जिसका द्रव्यमान ${10^{ - 7}}\,kg$ है  $y$-अक्ष की दिशा में ${10^8}\,m/s$ के वेग से चल रहा है। $x$-दिशा मे एकसमान स्थिर चुम्बकीय क्षेत्र $B = 0.5\,Tesla$ कार्यरत है। कण पर लगा बल होगा

समरुपी चुम्बकीय क्षेत्र $B$ दक्षिण से उत्तर की ओर कार्य कर रहा है तथा इसका परिमाण $1.5$ $Wb/{m^2}$ है। यदि एक प्रोटॉन (द्रव्यमान $ = 1.7 \times {10^{ - 27}}\,kg$ तथा आवेश $ = 1.6 \times {10^{ - 19}}\,C$) $5\,MeV$ ऊर्जा से ऊध्र्वाधर नीचे की ओर इस क्षेत्र में गति करे तो उस पर बल कार्य करेगा