$L (=20 cm )$ लम्बाई के एक तार को एक अर्ध वृत्ताकार चाप के रूप में मोड़ दिया गया है। यदि इस चाप के दो समान भागों को $\pm Q$ आवेश से एकसमान आवेशित कर दिया जाय $\left[| Q |=10^{3} \varepsilon_{0}\right.$ कूलॉम जहाँ $\varepsilon_{0}$ ($SI$ मात्रक में) मुक्त आकाश की विद्युतशीलता (परावैद्युतांक) है ], तो, अर्धवृत्ताकार चाप के केन्द्र $O$ पर नेट विद्युत क्षेत्र होगा :
$\left( {50 \times {{10}^3}\,N/C} \right)\hat j$
$\left( {50 \times {{10}^3}\,N/C} \right)\hat i$
$\left( {25 \times {{10}^3}\,N/C} \right)\hat j$
$\left( {25 \times {{10}^3}\,N/C} \right)\hat i$
समान द्रव्यमान तथा आवेश के दो एकसमान अचालक ठोस गोलों को समान लम्बाई की दो अचालक, द्रव्यमानहीन डोरियों द्वारा एक उभयनिष्ठ बिन्दु से वायु में लटकाया जाता है। साम्यावस्था पर, डोरियों के मध्य कोण $\alpha$ है। अब गोलों को $800 kg m ^{-3}$ घनत्व तथा परावैद्युतांक $21$ के परावैद्युत द्रव में डुबाया जाता है। यदि डुबाने के बाद डोरियों के मध्य कोण समान रहता है, तब
$(A)$ गोलों के मध्य विद्युत बल अपरिवर्तित रहता है।
$(B)$ गोलों के मध्य विद्युत बल घटता है।
$(C)$ गोलों का द्रव्यमान घनत्व $840 kg m ^{-3}$ है।
$(D)$ गोलों को सम्भालने वाली डोरियों में तनाव अपरिवर्तित रहता है।
$1.7 \times {10^{ - 27}}$ किग्रा व $1.6 \times {10^{ - 19}}$ आवेश के एक प्रोटॉन को वैद्युत क्षेत्र में सन्तुलित रखने के लिये क्षेत्र की तीव्रता होनी चाहिये
$(a)$ किसी यादच्छिक स्थिर वैध्यूत क्षेत्र बिन्यास पर विचार कीजिए। इस विन्यास की किसी शून्य-विक्षेप स्थिति ( null-point, अर्थात् जहाँ $E =0$ ) पर कोई छोटा परीक्षण आवेश रखा गया है। यह दर्शाइए कि परीक्षण आवेश का संतुलन आवश्यक रूप से अस्थायी है।
$(b)$ इस परिणाम का समान परिमाण तथा चिह्नों के दो आवेशों (जो एक-दूसरे से किसी दूरी पर रखे हैं) के सरल विन्यास के लिए सत्यापन कीजिए।
दो बिन्दु आवेशों $q _{1}(\sqrt{10} \,\mu C )$ तथा $q _{2}(-25 \,\mu C )$ को $x$-अक्ष पर क्रमश : $x =1\, m$ तथा $x =4 \,m$ पर रखा गया है। $y$-अक्ष पर बिन्दु $y =3 \,m$ पर विधुत क्षेत्र का मान
( $V / m$ में) होगा।
$\left[\right.$ दिया है : $\left.\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9} \,Nm ^{2} C ^{-2}\right]$
एक आवेश से $0.1\,m$ की दूरी पर विद्युत क्षेत्र $1\,N/C$ है। आवेश का परिमाण होगा