एक ही पदार्थ के एकसमान लंबाई परंतु भिन्न त्रिज्या $r$ तथा $2 r$ के दो तारों को जोड़कर, $2 L$ लम्बाई का एक तार बनाया जाता है। यह इस प्रकार कम्पित होता है कि दोनों तारों का जोड़ एक निस्पंद बने। यदि तार $A$ में प्रस्पंदों की संख्या $p$ है और $B$ में $q$ है, तब अनुपात $p : q$ है।
$1 : 4$
$1 : 2$
$3 : 5$
$4 : 9$
एक सोनोमीटर के तार $AB$ की लम्बाई $110$ सेमी है। दोनों सेतुओं को $A$ से कितनी दूरी पर रखा जाये ताकि इस प्रकार विभाजित तार के तीन खण्डों की मूल आवृत्तियाँ $1 : 2 : 3$ के अनुपात में हो
मेल्डी के प्रयोग में अनुप्रस्थ विधा में स्वरित्र की आवृत्ति और डोरी में उत्पन्न तरंग की आवृत्ति का अनुपात होगा
एक तनी हुई डोरी के तनाव में $69\%$ की वृद्धि कर दी जाती है। कम्पन की आवृत्ति नियत बनाये रखने के लिए इसकी लम्बाई में कितने प्रतिशत $(\%)$ .... वृद्धि करनी चाहिए
रेखीय घनत्व $9.0 \times 10^{-4} \;kg / m$ वाला एक तार दो दढ़ आधारों के बीच $900 \;N$ तनाव से खींचा जाता है। तार $500\; Hz$ आवत्ति पर अनुनादित होता है। अगली उच्च आवत्ति जिस पर वही तार अनुनादित करता है, $550\; Hz$ है। तार की लम्बाई मीटर है।
सरल रेखा के अनुदिश संचरित एक अनुप्रस्थ तरंग के लिये दो शिखरों (श्रृंग) के मध्य दूरी $5\, m$ है जबकि एक श्रृंग व एक गर्त के मध्य दूरी $1.5 \,m$ है। तरंगों की संभावित तरंगदैर्ध्य ( $m$ में) होगी।