किसी दीर्घवृत्त का अर्द्वलघु अक्ष $OB$ तथा नाभियाँ $F$ और $F'$ हैं तथा कोण $FBF'$ समकोण है तब दीर्घवृत्त की उत्केन्द्रता है
$\frac{1}{4}$
$\frac{1}{{\sqrt 3 }}$
$\frac{1}{{\sqrt 2 }}$
$\frac{1}{2}$
दीर्घवृत्त $3{x^2} + 4{y^2} = 48$ की नाभियों के बीच की दूरी है
माना दीर्घवृत्त $9 x^2+4 y^2=36$ पर चार बिंदु $\mathrm{P}\left(\frac{2 \sqrt{3}}{\sqrt{7}}, \frac{6}{\sqrt{7}}\right), \mathrm{Q}, \mathrm{R}$ तथा $\mathrm{S}$ हैं। माना रेखाखंड $\mathrm{PQ}$ तथा $\mathrm{RS}$ परस्पर लंबवत है तथा मूलबिंदु से होकर जाते हैं। यदि $\frac{1}{(\mathrm{PQ})^2}+\frac{1}{(\mathrm{RS})^2}=\frac{\mathrm{p}}{\mathrm{q}}$, जहाँ $\mathrm{p}$ तथा $q$ असहभाज्य है, तो $\mathrm{p}+\mathrm{q}$ बराबर है :
दीर्घवृत्त $9{x^2} + 16{y^2} = 180$ पर स्थित बिन्दु $(2, 3)$ पर खींचे गये अभिलम्ब का समीकरण है
दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{{a^2}}} + \frac{{{y^2}}}{{{b^2}}} = 1$ व वृत्त ${x^2} + {y^2} = ab$ का प्रतिच्छेद कोण है
उस दीर्घवृत्त का समीकरण जिसकी नाभियाँ $( \pm 5,\;0)$ तथा एक नियता $5x = 36$ है, होगा