दिया है सदिश $\mathop A\limits^ \to = 2\hat i + 3\hat j,$$\mathop A\limits^ \to $व y-अक्ष के बीच कोण होगा
${\tan ^{ - 1}}3/2$
${\tan ^{ - 1}}2/3$
${\sin ^{ - 1}}2/3$
${\cos ^{ - 1}}2/3$
$10 \,N$ के $100 $ समतलीय बल एक वस्तु पर कार्य करते हैं। प्रत्येक बल अपने पहले वाले बल से $\pi /50$ का कोण बनाता है इन बलों का परिणामी ......... $N$ होगा
कार्तीय निर्देशांक पद्धति में तीन सदिश निम्न प्रकार प्रदर्शित हैं
$\mathop a\limits^ \to = 4\hat i - \hat j$, $\mathop b\limits^ \to = - 3\hat i + 2\hat j$ तथा $\mathop c\limits^ \to = - \hat k$
जहाँ $\hat i,\,\hat j,\,\hat k$ क्रमश: $X, Y$ और $Z-$ अक्ष के सापेक्ष इकाई सदिश है। इन सदिशों के संयोग के अनुदिश इकाई सदिश $\hat r$ है
यदि $\mathop A\limits^ \to = 3\hat i + 4\hat j$ तथा $\overrightarrow B = 7\hat i + 24\hat j,$ तब वह सदिश, जिसका परिमाण $B$ के बराबर तथा दिशा $A$ के समांतर हो, होगा
सदिश $\mathop A\limits^ \to = 5\hat i - 12\hat j,$ की दिशा में इकाई सदिश होगा
निम्नलिखित में से प्रत्येक कथन को ध्यानपूर्वक पढ़िए और कारण सहित बताइए कि यह सत्य है या असत्य :
$(a)$ किसी सदिश का परिमाण सदैव एक अदिश होता है,
$(b)$ किसी सदिश का प्रत्येक घटक सदैव अदिश होता है,
$(c)$ किसी कण द्वारा चली गई पथ की कुल लंबाई सदैव विस्थापन सदिश के परिमाण के बराबर होती है,
$(d)$ किसी कण की औसत चाल ( पथ तय करने में लगे समय द्वारा विभाजित कुल पथ-लंबाई) समय के समान-अंतराल में कण के औसत वेग के परिमाण से अधिक या उसके बराबर होती है ।
$(e)$ उन तीन सदिशों का योग जो एक समतल में नहीं हैं, कभी भी शून्य सदिश नहीं होता ।