यदि $p, q, r$ गुणोत्तर श्रेणी में हैं तथा समीकरणों $p x^{2}+2 q x+r=0$ और $d x^{2}+2 e x+f=0$ एक उभयनिष्ठ मूल रखते हों, तो दर्शाइए कि $\frac{d}{p}, \frac{e}{q}, \frac{f}{r}$ समांतर श्रेणी में हैं।
The equation $p x^{2}+2 q x+r=0$ has roots given by
$x=\frac{-2 q \pm \sqrt{4 q^{2}-4 r p}}{2 p}$
since $p, q, r$ are in $G.P.$ $q^{2}=p r .$ Thus $x=\frac{-q}{p}$ but $\frac{-q}{p}$ is also root of ${d{x^2} + 2ex + f = 0}$ (Why ?). Therefore
$d\left(\frac{-q}{p}\right)^{2}+2 e\left(\frac{-q}{p}\right)+f=0$
or $d q^{2}-2 e q p+f p^{2}=0$ .........$(1)$
Dividing $(1)$ by $pq^{2}$ and using $q^{2}=$ $pr,$ we get
$\frac{d}{p}-\frac{2 e}{q}+\frac{f p}{p r}=0,$ or $\quad \frac{2 e}{q}=\frac{d}{p}+\frac{f}{r}$
Hence $\frac{d}{p}, \frac{e}{q}, \frac{f}{r}$ are in $A.P.$
यदि समान्तर श्रेणी के सभी पदों का वर्ग किया जाए, तो नई श्रेणी होगी
यदि $a$ व $b$ के बीच हरात्मक माध्य व गुणोत्तर माध्य का अनुपात $4:5$ है, तो दोनों संख्याओं का अनुपात है
माना कि $i=1,2, \ldots, 101$ के लिए $b_i>1$ है। मान लीजिए कि $\log _e b_1, \log _e b_2, \ldots, \log _e b_{101}$ सार्वअंतर (common difference) $\log _e 2$ वाली समांतर श्रेणी ($A.P$.) में हैं। मान लीजिये कि $a_1, a_2, \ldots, a_{101}$ समांतर श्रेणी में इस प्रकार हैं कि $a_1=b_1$ तथा $a_{51}=b_{51}$. यदि $t=b_1+b_2+\cdots+b_{51}$ तथा $s=a_1+a_2+\cdots+a_{51}$ हैं, तब
तीन धनात्मक संख्याएं बढ़ती गुणोत्तर श्रेढ़ी में हैं। यदि इस गुणोत्तर श्रेढी की बीच वाली संख्या दुगुनी कर दो जाए, तो नई बनी संख्याएं समांतर श्रेढ़ी में हो जाती हैं। गुणोत्तर श्रेढ़ी का सार्वअनुपात है:
यदि किसी समान्तर श्रेणी में $(m + 1)$ वाँ, $(n + 1)$ वाँ तथा $(r + 1)$ वाँ पद गुणोत्तर श्रेणी में हों तथा संख्यायें $m,\;n,\;r$ हरात्मक श्रेणी में हों, तब समान्तर श्रेणी के सार्वान्तर तथा प्रथम पद का अनुपात होगा