यदि $b + c,$ $c + a,$ $a + b$ हरात्मक श्रेणी में हों, तो $\frac{a}{{b + c}},\frac{b}{{c + a}},\frac{c}{{a + b}}$ होंगे
समान्तर श्रेणी में
गुणोत्तर श्रेणी में
हरात्मक श्रेणी में
इनमें से कोई नहीं
माना एक समांतर श्रेढ़ी के प्रथम तीन पदों का योग $39$ है तथा इसके अंतिम चार पदों का योग $178$ है। यदि इस समांतर श्रेढ़ी का प्रथम पद $10$ है, तो इस समांतर श्रेढ़ी का माध्यक है
समान्तर श्रेढ़ी $b _{1}, b _{2}, \ldots, b _{ m }$ का सार्वअन्तर, समान्तर श्रेढ़ी $a _{1}, a _{2}, \ldots, a _{ n }$ के सार्वअन्तर से $2$ अधिक है यदि $a _{40}=- 159$, $a _{100}=-399$ तथा $b _{100}= a _{70}$, तो $b _{1}$ बराबर है
किसी समांतर श्रेणी का $p$ वाँ, $q$ वाँ $r$ वाँ पद क्रमशः $a, b, c$ हैं, तो सिद्ध कीजिए
$(q-r) a+(r-p) b+(p-q) c=0$
$1$ व $100$ के बीच $3$ के गुणज वाली प्राकृत संख्याओं का योग है
माना भिन्न पदों वाली समांतर श्रेढ़ी (non-constant $A.P.$) $a _{1}, a _{2}$, $a _{3}, \ldots \ldots \ldots \ldots . . .$ के प्रथम $n$ पदों का योगफल $50 n +\frac{ n ( n -7)}{2} A$ है, जहाँ $A$ एक अचर है। यदि इस समांतर श्रेढ़ी का सार्वअंतर $d$ है, तो क्रमित युग्म $\left( d , a _{50}\right)$ बराबर है $:$