किसी समांतर श्रेणी में प्रथम पद $2$ है तथा प्रथम पाँच पदों का योगफल, अगले पाँच पदों के योगफल का एक चौथाई है। दर्शाइए कि $20$ वाँ पद $-112$ है।
First term $=2$
Let d be the common different of the $A.P.$
Therefore, the $A.P.$ is $2,2+d, 2+2 d, 2+3 d \ldots$
Sum of first five terms $=10+10 d$
Sum of next five terms $=10+35 d$
According to the given condition,
$10+10 d=\frac{1}{4}(10+35 d)$
$\Rightarrow 40+40 d=10+35 d$
$\Rightarrow 30=-5 d$
$\Rightarrow d=-6$
$\therefore a_{20}=a+(20-1) d=2+(19)(-6)=2-114=-112$
Thus, the $20^{\text {th }}$ of the $A.P.$ is $-112$
किसी समान्तर श्रेणी के प्रथम तथा तृतीय पदों का योग $12$ है, तथा प्रथम व द्वितीय पदों का गुणनफल $24$ है, तब श्रेणी का प्रथम पद होगा
किसी समूह की $50$ सँख्याओं का समान्तर माध्य $38$ है। यदि समूह की दो संख्यायें $55$ तथा $45$ हटा दी जायें, तब शेष संख्याओं के समूह का समान्तर माध्य है
यदि ${ }^{ n } C _{4},{ }^{ n } C _{5}$ तथा ${ }^{ n } C _{6}$ समान्तर श्रेणी में हो, तो $n$ का मान हो सकता है
यदि ${S_n}$ समान्तर श्रेणी के $n$ पदों का योगफल दर्शाता हो, तो $({S_{2n}} - {S_n})$ का मान है
यदि $4$ पदों वाली एक समान्तर श्रेणी के प्रथम व अन्तिम पदों का योग $8$ एवं शेष दो बीच वाली संख्याओं का गुणनफल $15$ हो, तो श्रेणी की सबसे बड़ी संख्या होगी