माना एक समांतर चतुर्भुज की दो संलग्न भुजाओं के समीकरण $2 x-3 y=-23$ तथा $5 x+4 y=23$ हैं। यदि इसके एक विकर्ण $\mathrm{AC}$ का समीकरण $3 x+7 y=23$ है तथा $A$ की दूसरे विकर्ण से दूरी $d$ है, तो $50 \mathrm{~d}^2$ बराबर है:
$528$
$526$
$529$
$527$
$ax \pm by \pm c = 0$ से बने समान्तर चतुभ्र्ज का क्षेत्रफल है
उस बिन्दु का बिन्दुपथ, जिसकी किन्हीं दो परस्पर लम्बवत् रेखाओं से दूरियों का योग $2$ इकाई है (प्रथम चतुर्थांश में), है
माना एक त्रिभुज की दो भुजाओं के समीकरण $3 x -2 y +6=0$ तथा $4 x +5 y -20=0$ हैं। यदि इस त्रिभुज का लम्बकेंद्र $(1,1)$ पर है, तो इसकी तीसरी भुजा का समीकरण है
माना $\mathrm{A}(\mathrm{a}, \mathrm{b}), \mathrm{B}(3,4)$ तथा $(-6,-8)$ एक त्रिभुज के केन्द्रक. परिकेन्द्रक तथा लंबकेन्द्र है। तो बिंदु $P(2 a+3,7 b+5)$ की रेखा $2 x+3 y-4=0$ से, रेखा $\mathrm{x}-2 \mathrm{y}-1=0$ समांतर नापी गई दूरी है।
उस सरल रेखा का समीकरण जो $( - a,\;0)$ से गुजरती है एवं अक्षों के साथ ‘$T$’ क्षेत्रफल का त्रिभुज बनाती है, है