एक बिन्दु आवेश $q$ को $r$ त्रिज्या वाले एक वृत्त में $Q$ आवेश के चारों ओर घुमाने में किया गया कार्य होगा
$q \times 2\pi r$
$\frac{{q \times 2\pi Q}}{r}$
शून्य
$\frac{Q}{{2{\varepsilon _0}r}}$
एक कण $A$, $+ q$ आवेश व कण $B$, $+ 4q$ आवेश रखता है। प्रत्येक का द्रव्यमान $m$ है। जब समान विभवान्तर द्वारा विराम अवस्था से गिराया जाये, तो इनकी चालों का अनुपात $\frac{{{v_A}}}{{{v_B}}}$ हो जायेगा
$4.0 \times 10^6 \,ms ^{-1}$ के प्रारम्भिक चाल वाले एक इलेक्ट्रॉन को विद्युत क्षेत्र के द्वारा पूर्ण रूप से विराम अवस्था में ला दिया जाता है। इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान तथा आवेश क्रमशः $9 \times 10^{-31} \,kg$ एवं $1.6 \times 10^{-19} \,C$ है । इनमें से कौन सा कथन सत्य है?
छः आवेशों $+ q - q + q .- q$, $+ q$ एवं $- q$ को $d$ भुजा वाले एक षटभुज के कौनो पर चित्रानुसार लगाया गया है। अनन्त से आवेश $q _0$ को षटभुज के केन्द्र तक लाने में किया गया कार्य है :
( $\varepsilon_0$ - मुक्त आकाश का परावैद्युतांक)
$100\, V$ विभवान्तर द्वारा विरामावस्था से त्वरित एक इलेक्ट्रॉन तथा $\alpha $-कण के संवेगों का अनुपात है
किसी आवेश $5\,\mu \,C$ को विद्युत क्षेत्र में $A$ बिन्दु से $B$ बिन्दु तक ले जाने में किये गये कार्य का मान $10\,mJ$ है, तब $({V_B} - {V_A})$ का मान होगा