$0.1\,M$ एकल क्षारीय अम्ल का $pH\, 4.50$ है। साम्यावस्था पर $H ^{+}$, $A ^{-}$ तथा $HA$ की सांद्रता की गणना कीजिए। साथ ही एकल क्षारीय अम्ल के $K _{ a }$ तथा $pK _{ a }$ के मान की भी गणना कीजिए।
$pH =-\log \left[ H ^{+}\right]$
Therefore, $\left[ H ^{+}\right]=10^{- pH } =10^{-4.50} $
$=3.16 \times 10^{-5} $
$\left[ H ^{+}\right]=\left[ A ^{-}\right]=3.16 \times 10^{-5}$
Thus, $K_{ a }=\left[ H ^{+}\right]\left[ A ^{-}\right] /[ HA ]$
${[HA]_{eqlbm}} = 0.1 - \left( {3.16 \times {{10}^{ - 5}}} \right) \simeq 0.1$
$K_{ a }=\left(3.16 \times 10^{-5}\right)^{2} / 0.1=1.0 \times 10^{-8}$
$p K_{ a }=-\log \left(10^{-8}\right)=8$
Alternatively, "Percent dissociation" is another useful method for measure of strength of a weak acid and is given as:
Percent dissociation
$ = {[HA]_{{\rm{dissociated }}}}/{[HA]_{{\rm{initial }}}} \times 100\% \,\,\,\,\,\,\left( {7.32} \right)$
$N{a_2}C{O_3}$ के विलयन की $pH$है
कमरे के ताप पर एक $ 0.1\,N $ अम्लीय विलयन के आयनन की कोटि $0.1 $ है तो $O{H^ - }$ आयनों की सांद्रता होगी
$0.1\,M\,HCN$ विलयन के वियोजन की कोटि $ 0.01\% $ है, तो इसका आयनिक स्थिरांक होगा
$0.05\, M$ अमोनिया विलयन की आयनन मात्रा तथा $pH$ ज्ञात कीजिए। अमोनिया के आयनन-स्थिरांक का मान तालिका $7.7$ में दिया गया है। अमोनिया के संयुग्मी अम्ल का आयनन स्थिरांक भी ज्ञात कीजिए।
वियोजन स्थिरांक ${K_a}$ एवं सान्द्रण $c$ के दुर्बल अम्ल में $ [H+] $ बराबर होता है