दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{{a^2}}} + \frac{{{y^2}}}{{{b^2}}} = 1$ व वृत्त ${x^2} + {y^2} = ab$ का प्रतिच्छेद कोण है
${\tan ^{ - 1}}\left( {\frac{{a - b}}{{ab}}} \right)$
${\tan ^{ - 1}}\left( {\frac{{a + b}}{{ab}}} \right)$
${\tan ^{ - 1}}\left( {\frac{{a + b}}{{\sqrt {ab} }}} \right)$
${\tan ^{ - 1}}\left( {\frac{{a - b}}{{\sqrt {ab} }}} \right)$
आयत $R$ जिसकी भुजायें निर्देशांक अक्षों के समान्तर है के अन्दर दीर्घवत्त $E_1: \frac{x^2}{9}+\frac{y^2}{4}=1$ को उत्कीर्णित (inscribe) किया गया है। एक अन्य दीर्घवत्त $E _2$ जो बिन्दु $(0,4)$ से गुजरता है और आयत $R$ को परिगत (circumscribe) करता है, की उत्केन्द्रता (eccentricity) निम्न है
प्रतिबंधों को संतुष्ट करते हुए दीर्घवृत्त का समीकरण ज्ञात कीजिए
शीर्षों $(0,\pm 13),$ नाभियाँ $(0,±5)$
यदि दीर्घवृत्त के लघु अक्ष की लम्बाई, इसकी नाभियों के बीच की दूरी की आधी है, तो इस दीर्घवत्त की उत्केन्द्रता है :
यदि किसी दीर्घवृत्त के लघुअक्ष के दोनों सिरों को नाभियों से मिलाने वाली रेखाओं के मध्य कोण $\frac{\pi }{2}$ है, तो दीेर्घवृत्त की उत्केन्द्रता है
यदि एक दीर्घवृत्त के दीर्घ अक्ष की लम्बाई, इसके लघु अक्ष की लम्बाई की तिगुनी है, तो इसकी उत्केन्द्रता होगी