दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{{a^2}}} + \frac{{{y^2}}}{{{b^2}}} = 1$ के बिन्दु $'\theta '$ की नाभि से दूरी होगी
$a(e + \cos \theta )$
$a(e - \cos \theta )$
$a(1 + e\cos \theta )$
$a(1 + 2e\cos \theta )$
दो समुच्चय $A$ तथा $B$ निम्न प्रकार के हैं
$A=\{(a, b) \in R \times R:|a-5|< 1$ तथा $|b-5|< 1\}$
$B=\left\{(a, b) \in R \times R: 4(a-6)^{2}+9(b-5)^{2} \leq 36\right\}$ तो
यदि दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{{a^2}}} + \frac{{{y^2}}}{{{b^2}}} = 1$ के किसी बिन्दु $P$ पर खींचे गये अभिलम्ब निर्देशांकों को $G$ व $g$ पर मिलते हैं, तो $PG:Pg = $
दीर्वृघत $\frac{x^{2}}{16}+\frac{y^{2}}{9}=1$ को नाभियो से होकर जाने वाले उस वृत, जिसका केन्द्र $(0,3)$ है, का समीकरण है,
दीर्घवृत्त $2{x^2} + 5{y^2} = 20$ के सापेक्ष बिन्दु $(4, -3)$ की स्थिति है
दीर्घवृत्त में नाभियों और शीर्षों के निर्देशांक, दीर्घ और लघु अक्ष की लंबाइयाँ, उत्केंद्रता तथा नाभिलंब जीवा की लंबाई ज्ञात कीजिए
$\frac{x^{2}}{25}+\frac{y^{2}}{100}=1$