एक विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र $E =(50$ $\left.NC ^{-1}\right) \sin \omega( t - x / c )$ द्वारा दिया जाता है। आयतन $V$ के एक बेलन में सम्मिलित ऊर्जा $5.5 \times 10^{-12} \,J$ है। $V$ का मान $......\,cm ^{3}$ है।
(दिया है $\left.\epsilon_{0}=8.8 \times 10^{-12}\, C ^{2} \,N ^{-1} \,m ^{-2}\right)$
$5000$
$1500$
$500$
$100$
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र व चुम्बकीय क्षेत्र की दिशाएँ क्रमशः $\hat{ k }$ और $2 \hat{ i }-2 \hat{ j }$ की ओर है। तरंग के चलने की दिशा में इकाई वेक्टर है ?
$\mu_0$ चुम्बकशीलता एवं $\varepsilon_0$ परावैद्युतांक वाले मुक्त आकाश में किसी समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग के चिम्बकीय क्षेत्र के परिमाण एवं विद्युत क्षेत्र की तीव्रता के परिमाण का अनुपात है : (दिया है, $c$ - मुक्त आकाश में प्रकाश का वेग)
$+ z$ -अक्ष की दिशा में गमन करती हुई विधुत चुम्बकीय तरंगो से सम्बद्ध विधुत और चुम्बकीय क्षेत्रों को निरूपित किया जा सकता है:
अचुम्बकीय माध्यम में संचरित समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र $E =20 \cos \left(2 \times 10^{10} t -\right.$ $200 x ) \,V / m$ से दिया गया है। माध्यम का पैरावैधुतांक का मान है।
(लीजिए $\mu_{ r }=1$ )
विद्युत चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में संचरित होती है, माध्यम की आपेक्षिक चुम्बकशीलता $1.3$ एवं आपेक्षिक विद्युतशीलता $2.14$ है। इस माध्यम में विद्युत चुम्बकीय तरंग की चाल होगी