एक तनी हुयी डोरी में अनुप्रस्थ कम्पनों की आवृत्ति $200 Hz$ है यदि डोरी में तनाव चार गुना कर दिया जाये और इसकी लम्बाई एक चौथाई कर दी जाये तो कम्पन की आवृत्ति ... $Hz$ होगी
$25$
$200$
$400$
$1600$
लम्बाई $L$ के एक तार का प्रति इकाई लम्बाई द्रव्यमान $6.0 \times 10^{-3} \,kgm ^{-1}$ है तथा इस पर $540\, N$ का तनाव लगाया हुआ है। यदि इसकी दो क्रमागत अनुनाद आवृत्तियों का मान $420 \,Hz$ और $490\, Hz$ हो, तो $L$ का मीटर में मान है?
$0.5 m$ लम्बी एवं $2 × 10{^{-4}}\,kg$ द्रव्यमान की डोरी पर जब $20 N$ का तनाव आरोपित करते हैं तो उत्पन्न द्वितीय संनादी की आवृत्ति .... $Hz$ होगी
स्टील के दो एकसमान तार $A$ तथा $B$ को समान तनाव पर कम्पित किया जाता है। यदि $A$ का प्रथम अधिस्वरक, $B$ के द्वितीय अधिस्वरक के बराबर हो तथा यदि $A$ की त्रिज्या $B$ की दो गुनी हो तो तारों की लम्बाईयों का अनुपात होगा
एक स्वरित्र को $20 cm$ लम्बे तार के सोनोमीटर के साथ बजाने पर $5$ विस्पन्द प्रति सैकण्ड उत्पन्न होते हैं। यदि तार की लम्बाई $21 cm$ कर दी जाये तो विस्पन्द आवृत्ति परिवर्तित नहीं होती। स्वरित्र की आवृत्ति (हर्ट्ज में) होगी
$1$ सेमी लम्बी डोरी $256$ हर्ट्ज मूल आवृत्ति के कम्पन करती है। तनाव को अपरिवर्तित रखते हुए यदि लम्बाई $1/4$ सेमी कर दी जाए तब नयी मूल आवृत्ति होगी