${10^{ - 5}}$ सेमी त्रिज्या वाली जल की एक बूँद पर एक इलेक्ट्रॉन का आवेश है। उसे वायु में निलम्बित करने के लिए आवश्यक वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता होगी लगभग

($g$ = $10$ न्यूटन/किग्रा, $e$  = $1.6 × 10^{-9}$ कूलॉम)

  • A

    $260\,$ वोल्ट/सेमी

  • B

     $260\,$ न्यूटन/कूलॉम

  • C

    $130\,$ वोल्ट/सेमी

  • D

    $130\,$ न्यूटन/कूलॉम

Similar Questions

दो बिन्दु आवेशों $q _{1}(\sqrt{10} \,\mu C )$ तथा $q _{2}(-25 \,\mu C )$ को $x$-अक्ष पर क्रमश : $x =1\, m$ तथा $x =4 \,m$ पर रखा गया है। $y$-अक्ष पर बिन्दु $y =3 \,m$ पर विधुत क्षेत्र का मान
( $V / m$ में) होगा।

$\left[\right.$ दिया है : $\left.\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9} \,Nm ^{2} C ^{-2}\right]$

  • [JEE MAIN 2019]

एक आवेशित पानी की बूँद की त्रिज्या $0.1\,\mu m$ है। यह बूँद एक विद्युत क्षेत्र में साम्यावस्था में है। यदि इस पर एक इलेक्ट्रॉन के बराबर आवेश है तो विद्युत क्षेत्र की तीव्रता........$N/C$ होगी

किसी सपाट वृत्तीय चकती पर आवेश $ + Q$ एकसमान वितरित है। आवेश$ + q$  को $E$ गतिज ऊर्जा से चकती की ओर, इसके  लम्बवत् अक्ष के अनुदिश फेंका जाता है। आवेश $q$

$0.003\, gm$ द्रव्यमान का आवेशित कण नीचे की ओर कार्यरत विद्युत क्षेत्र $6 \times {10^4}\,N/C$ में विरामावस्था में है। आवेश का परिमाण होगा

$R$ त्रिज्या के पतले अर्द्धवलय पर $q$ आवेश एकसमान रूप से वितरित है। वलय के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र है

  • [AIIMS 2008]