एक छड़ की लम्बाई $20$ सेमी तथा अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $2$ सेमी$^2$ है। छड़ के पदार्थ का यंग मापांक $1.4 \times {10^{11}}$ न्यूटन/ मीटर$^2$ है। इस छड़ को लम्बाई के अनुदिश $5$ किलो भार से संपीडित किया जाता है, तो छड़ की ऊर्जा में वृद्धि होगी (जूल में)
$8.57 \times {10^{ - 6}}$
$22.5 \times {10^{ - 4}}$
$9.8 \times {10^{ - 5}}$
$45.0 \times {10^{ - 5}}$
किसी तार का तनाव बल अचानक हटा देने पर
एक तार के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $A$ तथा लम्बाई $L$ है तथा वह $Y$ यंग गुणांक वाले पदार्थ से बना है। इसे $x$ परिमाण से खींचा जाता है, तो सम्पादित कार्य होगा
किसी रबर की गुलेल, जिसकी लम्बाई $0.1 \,m$, अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $10^{-6} \,m ^{2}$ को $0.04\, m$ खींचकर, $20\, g$ के पत्थर को प्रक्षेपित किया गया है। प्रक्षेपित किए गए पत्थर का वेग $.......\,m / s$ होगा। (रबर का यंग गुणांक $=0.5 \times 10^{9} \,N / m ^{2}$ )
उध्र्वाधर रूप से लटके किसी तार के एक सिरे को $200\, N$ के भार से खींचा जाता है। यह भार तार को $1$ मिलीमीटर तक खींचता है। तार में संचित प्रत्यास्थ ऊर्जा ....... $J$ होगी
जब किसी पिण्ड में प्रत्यास्थता की सीमा के भीतर विकृति उत्पन्न होती है, तो उसकी आन्तरिक ऊर्जा