दीर्घवृत्त की जीवा के ध्रुवों का बिन्दुपथ होगा
$\frac{{{a^6}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^6}}}{{{y^2}}} = {({a^2} - {b^2})^2}$
$\frac{{{a^3}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^3}}}{{{y^2}}} = {({a^2} - {b^2})^2}$
$\frac{{{a^6}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^6}}}{{{y^2}}} = {({a^2} + {b^2})^2}$
$\frac{{{a^3}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^3}}}{{{y^2}}} = {({a^2} + {b^2})^2}$
दीर्घवृत्त $9{x^2} + 36{y^2} = 324$, जिसकी नाभियाँ $S$ तथा $S'$ है, पर $P$ कोई बिन्दु है, तब $SP + S'P$ का मान होगा
दीर्घवृत्त $25{x^2} + 9{y^2} - 150x - 90y + 225 = 0$ की उत्केन्द्रता $e = $
एक दीर्घवृत्त के नाभिलम्ब की लम्बाई दीर्घ अक्ष की $\frac{1}{3}$ है, तो इसकी उत्केन्द्रता होगी
एक दीर्घवृत्त के दीर्घ तथा लघु अक्षों की लम्बाइयाँ क्रमश: $10$ तथा $8$ हैं और उसका दीर्घ अक्ष $y$ - अक्ष है। दीर्घवृत्त के केन्द्र को मूलबिन्दु मानते हुये दीर्घवृत्त का समीकरण है
यदि दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{14}} + \frac{{{y^2}}}{5} = 1$ के बिन्दु $P(\theta )$ पर खींचे गये अभिलम्ब इसे पुन: $Q(2\theta )$ पर प्रतिच्छेद करते हैं, तो $\cos \theta $ बराबर है