हाइगन के सिद्धान्त में मुख्य कमी थी
प्रकाश के ऋजु रेखीय संचरण की व्याख्या नहीं कर पाना।
काल्पनिक माध्यम ईधर की प्रायोगिक पृष्टि नहीं होना।
न्यूटन के वलयों की व्याख्या न कर पाना।
$(a)$ और $(b)$ दोनों
प्रकाश का तरंग सिद्धांत किसने दिया
हाइगन की तरंगाग्र रचना से क्या नहीं समझाया जा सकता
किसी बिन्दुवत् स्रोत से निकलने वाली अपसारी किरणों से बनने वाला तरंगाग्र होता है
हाइगन तरंग सिद्धांत से ज्ञात हो सकता है