किसी बिन्दु पर कार्य करने वाले दो बलों का योग $16 \,N$ है। यदि परिणामी बल का मान $8 \,N $ तथा इसकी दिशा न्यूनतम बल के लम्बवत् है तो बलों के मान होंगे
$6\, N$ तथा $10 \,N$
$8\,N$ तथा $8\, N$
$4 \,N$ तथा $12\,N$
$2\, N$ तथा $14 \,N$
दो बलों का परिणामी, जिनमें से एक बल परिमाण में दूसरे का दोगुना है, अल्प परिमाण वाले पर लंलम्बवत्त है। दोनों बलों के बीच का कोण ........ $^o$ है
किसी सदिश के प्रारंभिक तथा अंतिम बिन्दुओं के निर्देशांक $(4, -4, 0) $ तथा $(-2, -2, 0)$ हैं। इसका परिमाण होगा
दो एक समान बल (प्रत्येक $P$) किसी बिन्दु पर परस्पर $120^°$ के कोण पर लगाये जाते हैं। उनके परिणामी बल का परिमाण है
क्या दो सदिशों का परिणामी शून्य हो सकता है
चित्र में दर्शाये अनुसार तीन सदिशों $\overrightarrow {OA} ,\,\overrightarrow {OB} $ व $\overrightarrow {OC} $ का परिणामी होगा। (वृत्त की त्रिज्या $R$ है)