दो समरूप आवेशित गोले $A$ एवं $B$, जो एक-दूसरे से एक निश्चित दूरी से विस्थापित है, के बीच $F$ परिमाण का प्रतिकर्षण बल लगता है। समान आकार के एक तीसरे अनावेशित गोले $C$ को गोले $B$ के सम्पर्क में रखकर विलगित किया जाता है तथा इसे $A$ एवं $B$ के मध्यबिन्दु पर रखा जाता है। $C$ गोले पर लगे बल का परिमाण है

  • A

    $F$

  • B

    $3F/4$

  • C

    $F/2$

  • D

    $F/4$

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एक घन जिसकी प्रत्येक भुजा की लम्बाई $b$ है। इसके प्रत्येक कोने पर आवेश $q$ रखा है, इस आवेश वितरण के कारण घन के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र का मान होगा

समान त्रिज्या के दो धातु के गोलाकार हैं, परन्तु एक ठोस एवं दूसरा खोखला है, तो

दो बिन्दु आवेश (प्रत्येक $Q$ ) को $d$ दूरी पर रखा गया है। एक तीसरे बिन्दु आवेश $q$ को मध्य बिन्दु से लंब समद्विभाजक पर $x$ दूरी पर रखा गया है। $x$ का मान क्या हो जिस पर आवेश $q$ पर अधिकतम कूलॉम बल लगे:

  • [JEE MAIN 2022]

एक बिन्दु आवेश $q_1=4 q_0$ मूल बिन्दु पर स्थित है।एक अन्य बिन्दु आवेश $\mathrm{q}_2=-\mathrm{q}_0, \mathrm{x}=12 \mathrm{~cm}$ पर रखा गया है। आवेश $\mathrm{q}_0$ वाले एक प्रोटोन को $\mathrm{x}$-अक्ष पर इस प्रकार रखा गया है कि प्रोटोन पर स्थिर वैद्युत बल का मान शून्य है। इस स्थिति में मूल बिन्दु से प्रोटोन की स्थिति _________$\quad \mathrm{cm}$ है।

  • [JEE MAIN 2023]

$(a)$ दो विध्यूतरोधी आवेशित ताँबे के गोलों $A$ तथा $B$ के केंद्रों के बीच की दूरी $50 \,cm$ है। यद् दोनों गोलों पर पृथक-पृथक आवेश $6.5 \times 10^{-7} C$ हैं, तो इनमें पारस्परिक स्थिरवैध्यूत प्रतिकर्षण बल कितना है? गोलों के बीच की दूरी की तुलना में गोलों $A$ तथा $B$ की त्रिज्याएँ नगण्य हैं।

$(b)$ यदि प्रत्येक गोले पर आवेश की मात्रा दो गुनी तथा गोलों के बीच की दूरी आधी कर दी जाए तो प्रत्येक गोले पर कितना बल लगेगा?