दो बड़ी, पतली धातु की प्लेटें एक-दूसरे के समानांतर एवं निकट हैं। इनके भीतरी फलकों पर, प्लेटों के पृष्ठीय आवेश घनत्वों के चिह्न विपरीत हैं तथा इनका परिमाण $17.0 \times 10^{-22} C /$ $m ^{2}$ है।
$(a)$ पहली प्लेट के बाह्य क्षेत्र में, $(b)$ दूसरी प्लेट के बाह्हा क्षेत्र में, तथा $(c)$ प्लेटों के बीच में विद्र
The situation is represented in the following figure. $A$ and $B$ are two parallel plates close to each other. Outer region of plate $A$ is labelled as $I$, outer region of plate $B$ is labelled as $III, $and the region between the plates, $A$ and $B$, is labelled as $II.$
Charge density of plate $A , \sigma=17.0 \times 10^{-22} \,C / m ^{2}$
Charge density of plate $B , \sigma=-17.0 \times 10^{-22} \,C / m ^{2}$
In the regions, $I$ and $III$, electric field $E$ is zero. This is because charge is not enclosed by the respective plates. Electric field $E$ in region $II$ is given by the relation,
$E=\frac{\sigma}{\varepsilon_{0}}$
Where, $\varepsilon_{0}=$ Permittivity of free space $=8.854 \times 10^{-12}\, N ^{-1} \,C ^{2} \,m ^{-2}$
$=1.92 \times 10^{-10} \,N / C$
$E=\frac{17.0 \times 10^{-22}}{8.854 \times 10^{-12}}$
Therefore, electric field between the plates is $1.92 \times 10^{-10}\; N / C$
$6\,m$ त्रिज्या वाले एक गोले का आयतन आवेश घनत्व $2\,\mu C cm ^{-3}$ है। गोले के पृष्ठ से बाहर आ रही बल रेखाओं की प्रति इकाई पृष्ठ क्षेत्रफल संख्या $........\times 10^{10}\,NC ^{-1}$ होगी। [दिया है : निर्वात का परावैद्युतांक $\left.\epsilon_0=8.85 \times 10^{-12} C ^2 N ^{-1}- m ^{-2}\right]$
एकसमान रूप से आवेशित गोले की त्रिज्या $R$ है। इसके केन्द्र से $r$ दूरी एवं उत्पन्न विद्युत क्षेत्र के बीच सही ग्राफीय निरूपण होगा
$12\, cm$ त्रिज्या वाले एक गोलीय चालक के पृष्ठ पर $1.6 \times 10^{-7} \,C$ का आवेश एकसमान रूप से वितरित है।
$(a)$ गोले के अंदर
$(b)$ गोले के ठीक बाहर
$(c)$ गोले के केंद्र से $18 cm$ पर अवस्थित, किसी बिंदु पर विध्यूत क्षेत्र क्या होगा?
यहाँ आरेख में, किसी गोलाकार कोश (शैल) के कोटर के भीतर दो बिन्दु-आवेश $+ Q$ तथा $- Q$ दर्शाये गये हैं। ये आवेश कोटर की सतह के निकट इस प्रकार रखे गये हैं कि, एक आवेश कोश के केन्द्र की एक ओर है और दूसरा केन्द्र के विपरीत दूसरी ओर। यदि, भीतरी तथा बाहरी सतहों (पृष्ठों) पर, पृष्ठ आवेश क्रमशः $\sigma_{1}$ तथा $\sigma_{2}$ और नेट आवेश क्रमशः $Q_{1}$ तथा $Q _{2}$ हो तो :
यदि पृथक्कृत कुचालक गोले की त्रिज्या $R$ तथा आवेश घनत्व $\rho $ है। गोले के केन्द्र से $r$ दूरी $(r\; < \;R)$ पर विद्युत क्षेत्र होगा