तरंगाग्र से तात्पर्य है
इसमें सभी कण समान कला में होते हैं
सभी कण विपरीत कला में होते हैं
इसमें कुछ कण समान कला में व कुछ कण विपरीत कला में होते हैं
उपरोक्त में से कोई नहीं
न्यूटन ने निम्न में से किस आधार पर कणिका सिद्धांत प्रतिपादित किया
द्वितीयक तरंगिकाओं की कल्पना सर्वप्रथम दी थी
हाइगेन के द्वितीयक तरंगिकाओं के सिद्धांत
किसी बिन्दुवत् स्रोत से निकलने वाली अपसारी किरणों से बनने वाला तरंगाग्र होता है
किसी तरंग के तरंगाग्र की दिशा, तरंग गति के