जब $I$ तीव्रता के एकवर्णी विकिरण, किसी धातु की सतह पर टकराते हैं तो, फोटॉनों की संख्या और उनकी अधिकतम गतिज ऊर्जा क्रमश : $N$ और $T$ है। यदि विकिरणों की तीव्रता $2 I$ हो तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की संख्या और उनकी अधिकतम गतिज ऊर्जा क्रमशः होंगे

  • [AIPMT 2010]
  • A

    $N $ और $2T$

  • B

    $2N$ और $T$

  • C

    $2N $ और $2T$

  • D

    $N$ और $T$

Similar Questions

एक $100\, W$ सोडियम बल्ब (लैंप) सभी दिशाओं में एकसमान ऊर्जा विकिरित करता है। लैंप को एक ऐसे बड़े गोले के केंद्र पर रखा गया है जो इस पर आपतित सोडियम के संपूर्ण प्रकाश को अवशोषित करता है। सोडियम प्रकाश का तरंगदैर्घ्य $589\, nm$ है। $(a)$ सोडियम प्रकाश से जुड़े प्रति फ़ोटॉन की ऊर्जा कितनी है? $(b)$ गोले को किस दर से फ़ोटॉन प्रदान किए जा रहे हैं?

$\lambda  = 150\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन और $\lambda  = 300\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन की ऊर्जाओं का अनुपात होगा

प्रकाश विद्युत प्रभाव के प्रयोग में आपर्तित फोटॉन

किसी तत्व के नाभिक और परमाणु दोनों अपनीअपनी प्रथम उत्तेजित अवस्था में हैं। क्रमशः $\lambda_{ N }$ तथा $\lambda_{ A }$ तरंगदैर्ध्य के फोटॉनों को उत्सर्जित कर वह दोनों व्युत्तेजित होते हैं। अनुपात $\frac{\lambda_{ N }}{\lambda_{ A }}$ का निकट मान है

  • [JEE MAIN 2018]

प्रकाश विद्युत प्रभाव को निम्न के आधार पर समझा जा सकता है