वायु में कोई रैखिकत : ध्रुवित विधुत चुम्बकीय तरंग $E =3.1 \cos \left[(1.8) z -\left(5.4 \times 10^{6}\right) t \right] \hat{ i } \,N / C$
$z = a$ पर स्थित किसी आदर्श परावर्ती दीवार पर अभिलम्बवत आपतन करती है।
सही विकल्प चुनिए।
तरंगदैर्ध्य $5.4 \,m$ है।
विधुत-चुम्बकीय तरंग की आवत्ति $54 \times 10^{4} \,Hz$ है।
पारगत तरंग $3.1 \cos \left[(1.8) z -\left(5.4 \times 10^{6}\right) t \right] \hat{ i } \,N / C$ होगी।
परावर्तित तरंग $3.1 \cos \left[(1.8) z +\left(5.4 \times 10^{6}\right) t \right] \hat{ i } \,N / C$ होगी।
नीचे कथन दिये गये है :
कथन $I$: विद्युत चुम्बकीय तरंगे ऊर्जा का संचरण करती है जब वह आकाश में/ गति करती है और इस ऊर्जा में विद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र का बराबर भाग होता है।
कथन $II$: जब कोई विद्युत चुम्बकीय तरंग किसी तल से टकराती है तो तल पर एक दाब आरोपित होता है। उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में सबसे उचित उत्तर चुनिए :
समय $t =0$ पर मुक्ताकाश में किसी समतल ध्रुवित विधुत चुम्बकीय तरंग का विधुत क्षेत्र निम्न व्यंजक द्वारा दिया जाता है :-
$\overrightarrow{ E }( x , y )=10 \hat{ j } \cos [(6 x +8 z )]$ चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }( x , z , t )$ है : ( $c$ प्रकाश का वेग है)
एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की तीव्रता $6\ W/m^{2}$ है। यह तरंग $40 \,cm^{2}$ क्षेत्रफल वाले समतल दर्पण पर अभिलम्बवत् गिरती है। तरंग के द्वारा प्रति सैकण्ड दर्पण को स्थानान्तरित संवेग होगा
विद्युत चुम्बकीय तरंग के औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व एवं कुल औसत ऊर्जा घनत्व का अनुपात होता है:
एक विघुत चुम्बकीय तरंग का निर्वात में आवृति $2.0 \times 10^{10}\, Hz$ एवं ऊर्जा घनत्व $1.02 \times 10^{-8} J / m ^{3}$ है। तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र के आयाम का सन्निकट मान .........$nT$ होगा
$\left(\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9} \frac{ Nm ^{2}}{ C ^{2}}\right.$ तथा प्रकाश का वेग $\left.=3 \times 10^{8} ms \right)$ :